*“भव्य शोभायात्रा के साथ चतुर्मासिक प्रवेश ~ उधना”*
04/07/2022, सोमवार
*अमृत पुरुष महातपस्वी युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण की विदुषी सुशिष्या साध्वीश्री लब्धिश्रीजी ठाणा 5* का पोरवाड़ परिवार के प्रतिष्ठान *होम स्टूडियो* से भव्य रैली के साथ 10.21 बजे तेरापंथ भवन उधना में प्रवेश हुआ।
मंगल शुभारम्भ नमस्कार महामंत्र से साध्वीश्री लब्धिश्रीजी ने करवाया । मंगलाचरण ज्ञानशाला प्रशिक्षका बहिनों द्वारा हुआ । स्वागत वक्तव्य सभा अध्यक्ष बसंतीलाल जी नाहर ने किया । स्वागत गीत महिला मंडल द्वारा हुआ | कन्या मंडल ने गीतिका की प्रस्तुत दी ।
कार्यक्रम में मुख्य अथिति ACP J.T. Sonara एवम् विशिष्ट उपस्थिति पूर्व हॉस्पिटल समिति चैयरमेन मूल जी भाई ठक्कर, वार्ड प्रमुख प्रकाश भाई & वर्तमान सभी कोर्पोरेटरों की विशेष उपस्थिति रही । तेयुप उधना ने MBBD का बेनर अनावरण किया ।
साध्वी वृन्द का संक्षिप्त परिचय एवं स्वागत सभा अध्यक्ष बसंतीलाल जी नाहर, मंत्री सुरेश जी चपलोत, TMM अध्यक्षा जस्सू जी बाफना, मंत्री सुनीता जी चोरडिया, तेयुप अध्यक्ष सुनील जी चंडालिया, मंत्री उत्कर्ष जी खाब्या ने बड़े ही रोचक तरीके से दिया ।
साध्वीश्री लाब्धिश्री जी ने चातुर्मास प्रवेश पर फ़रमाया कि संत समुदाय धरती पर आदर्श का जीवंत प्रतिक है और न बुझनेवाली दीप शीखा है । गुरुदेव श्रीमहाश्रण जी की आज्ञा को शिरोधार्य करते हुए आज हम उधना चातुर्मास हेतु पहुंच गए है। श्रावक जन चातुर्मास के चार महीनों में भीतर की बंद खिड़कियों को खोलने का मार्ग प्रशस्त करे। उत्कृष्ट भावना को जाग्रत करें। बहिर्मुखता को अंतर्मुखता में बदलने का प्रयत्न करे। भीतर की ज्योति को प्रकट कर अध्यात्म की रश्मि को प्रस्फुटित करने का श्रेष्ठ समय है चातुर्मास।
साध्वी श्री जी ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 2023 की अक्षय तृतीया आचार्य प्रवर ने सूरत में फरमायी है साथ ही आचार्यश्री महाश्रमण दीक्षा कल्याणक महोत्सव भी यही आयोजित होना है। ज्यादा से ज्यादा वैरागी वैरागण आचार्य प्रवर सूरत पधारे तब अपने जीवन की भेंट चढ़ाएं। यह रचनात्मक भेंट होगी । सहवर्ती साध्वियों ने ताजा खबर के चलचित्र के माध्यम से पूरे सूरत का परिभ्रमण और उपासक, ज्ञानशाला, तेरापंथ प्रचेता, तत्वज्ञान, तेरापंथ दर्शन, प्रतिक्रमण आदि की कक्षाओं में आने हेतु सभी को आह्वान किया, साथ ही कहा कि पूरी जिम्मेदारी के साथ हम आपको तैयारी कराएंगे ऐसी भावना है।
मंच संचालन सभा मंत्री सुरेश जी चपलोत ने किया । अंत में आभार ज्ञापन सभा सहमंत्री पुखराज जी हिरण ने किया ।