*PRESS NOTE–सादर प्रकाशनार्थ*

 

राष्ट्र भावना एवं नैतिक मूल्यों के विकास हेतु अणुव्रत के मार्ग पर प्रयाण करें — अणुविभा उपाध्यक्ष राजेश जी सुराणा

 

अणुव्रत समिति चलथाण द्वारा “चलें अणुव्रत की ओर” कार्यक्रम में पलसाणा तालुका के 43 ग्राम पंचायत के सरपंचों का सम्मान किया गया।

श्री बालुभाई पटेल, अरविंद भाई शाह एवं अर्जुनजी मेड़तवाल का संबोधन

 

अणुव्रत विश्वभारती सोसायटी के निर्देशन में अणुव्रत समिति चलथाण द्वारा “चलें अणुव्रत की ओर” विषय पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन तेरापंथ भवन, चलथाण में किया गया। जिसमें पलसाणा तालुके के 43 गांवों के सरपंचों का सम्मान किया गया।शिक्षाविद कैलाश जी जैन की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में अणुविभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री राजेश जी सुराणा, मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे। अणुविभा के गुजरात प्रभारी श्री अरविंदभाई शाह, अणुव्रत समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री बालुभाई पटेल एवं श्री अर्जुनजी मेड़तवाल ने संबोधन किया।

मुख्य अतिथि श्री राजेश जी सुराणा ने कहा-अणुव्रत नैतिकता का अभियान है। राष्ट्र भावना को सुदृढ़ बना कर चारित्रिक मूल्यों के विकास का यह अद्वितीय आंदोलन है।आप सभी सरपंच श्री यह चिंतन करते होंगे कि हमारे गांव का हमें विकास करना है तो गांव के सर्वांगीण विकास का यदि कोई श्रेष्ठ मार्ग है तो वह अणुव्रत का मार्ग है। आज उपस्थित सभी सरपंच यहां पर मिल बैठकर सहचिंतन करें और ऐसी क्रियान्विति करें जो समग्र देश के लिए दिशा-दर्शक बन जाए।

श्री अरविंद भाई शाह ने कहा – अणुव्रत आचार्य तुलसी द्वारा प्रस्तुत शांत क्रांति का अभियान है। व्यक्ति -व्यक्ति के चारित्रिक विकास द्वारा स्वस्थ परिवार, स्वस्थ समाज एवं स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण अणुव्रत द्वारा हो सकता है।

“अणुव्रत सेवी” श्री बालुभाई पटेल ने कहा – अणुव्रत जीवन परिवर्तन का पैगाम है।अणुव्रत में ऐसे व्रत है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व में आमूलचूल परिवर्तन ला सकते हैं। मानव मानव के लिए उपयोगी बने यह आज की परम आवश्यकता है। व्यक्ति के पास कितना भी धन हो लेकिन जीवन में प्रेम और पारस्परिकता नहीं है तो उस धन का कोई मूल्य नहीं है। अणुव्रत से पारस्परिक सद्भावना का भी विकास होता है।

अणुव्रत सेवी” श्री अर्जुनजी मेड़तवाल ने कहा- वर्तमान युग हिंसा का युग है विश्व पटल पर आज हिंसा का तांडव चल रहा है। तीसरे विश्वयुद्ध की आहट से पूरा विश्व चिंतित है।ऐसे समय में बचने का एक ही मार्ग है अणुव्रत। अणुव्रत वर्तमान युग की भ्रष्टाचार और मिलावट जैसी समस्याओं से भी सुरक्षा देता है। अणुव्रत नशा मुक्ति का संकल्प है और पर्यावरणीय प्रदूषण पर अंकुश लगाने में समर्थ है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष एसडी जैन इंटरनेशनल स्कूल के संचालक श्री कैलाश भाई जैन ने कहा – अणुवत आचार्य तुलसी का श्रेष्ठ अवदान है। अणुव्रत के कार्यों हेतु मैं समर्पित भाव से सदैव अपना सहयोग देने के लिए तत्पर रहूंगा। तेरापंथी सभा चलथाण के संरक्षक श्री तेजमल जी नौलखा, अध्यक्ष श्री सोहन लाल जी दक, अणुव्रत समिति अध्यक्ष श्रीमती लीना चोरड़िया, पूर्व अध्यक्ष श्री बाबूलाल जी नोलखा आदि ने अपने विचार रखे। अणुव्रत समिति सूरत के मंत्री श्री सुनीलजी श्री श्रीमाल विशिष्ट अतिथि श्री अशोक भाई शाह, चलथान के सरपंच श्री महेंद्र भाई देसाई तेयुप के अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद जी दुगड़ आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। मंगलाचरण महिला मंडल की बहनों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति के मंत्री श्रीमती रीना पीतलिया ने किया।

 

*संकलन — अर्जुन मेड़तवाल*

*उपासक प्रभारी , तेरापंथी सभा, उधना (सूरत)*

 

*पूर्व प्रिन्ट मीडिया विभाग प्रमुख,*

*अणुव्रत महासमिति, नई दिल्ली*

 

*दिनांक : 16-3-2022*

 

 

2 thoughts on “राष्ट्र भावना एवं नैतिक मूल्यों के विकास हेतु अणुव्रत के मार्ग पर प्रयाण करें — अणुविभा उपाध्यक्ष राजेश जी सुराणा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *