शुभ लेश्या और सही रंग – सीखे जीवन जीने का सही ढंग कार्यशाला का आयोजन
जसोल – अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में मुनिश्री डॉ. पुलकित कुमार ठाणा – २ के सानिध्य में मंडल अध्यक्ष सोहनी देवी सालेचा के अध्यक्षता में तेरापंथ महिला मंडल जसोल द्वारा रूपांतरण एक्सप्रेस के शुभ्रता स्टेशन अन्तर्गत लेश्या स्टॉप लिया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ सामूहिक नमस्कार महामंत्र व प्रेरणा गीत से मंगलाचरण किया। अध्यक्ष सोहनी देवी सालेचा ने सभी का स्वागत करते हुए आज के कार्यशाला के विषय की जानकारी दी।
मुनि आदित्य कुमार ने बताया की जीवन की हर क्रिया, प्रतिक्रिया हमारे भावो से जुड़ी होती है, और वही हमारे चितन, व्यवहार को भी प्रभावित करता हैं। ध्यान व प्राणायाम के द्वारा भावो को शुद्ध बनाने का प्रयास करते रहना चाहिए।प्राणायाम का एक प्रयोग भी बताया।
डॉ. पुलकित कुमार ने कहा कि लेश्या कर्मो के अलग अलग कलर के भावो के साथ हमारे व्यक्तित्व को प्रेजेंट करता है। जैसे होली त्योहार में अलग अलग रंगो का त्योहार है वैसे ही जीवन में अलग अलग कलर अलग अलग भावनाओ को अनुभूति पैदा करता है। जब डिप्रेशन हो तब या गुस्सा आवे तब कैसा कलर हमे यूज करने से क्या करना चाहिए, कैसे हमारे भावो को बदले और चारो ओर एक अफेक्टिव इयूरा बनाए।
दो सच्ची घटनाओं से बताया की किस तरह हमारे जीवन रंग इफेक्ट करता है। ध्यान, अनुप्रेक्षा आदि से अपने भावो को शुद्ध करते हुए शुक्ल ध्यान की और अग्रसर होते रहे। महिला मंडल की सरक्षिका पुष्पादेवी बुरड़ ने सब का आभार ज्ञापन किया। तेरापंथ महिला मंडल की उपस्थिति सराहनीय रही।
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