विद्यार्थियों को सम्मानित और प्रोत्साहित करने से उनका मनोबल बढ़ता है : साध्वीश्री मंजुयशा

साध्वी मंजुयशा जी ठाणा-4 के पावन सानिध्य में न्यू तेरापंथ भवन में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया

तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम(टीपीएफ) के अध्यक्ष डॉ. रौनक रेहड़ ने बताया कि साध्वीश्री जी के श्रीमुख से नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

टीपीएफ सदस्य डॉ कपिल जैन ने बताया कि टीपीएफ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में दसवीं एवं बारहवीं में जिन बच्चों ने 85 प्रतिशत या उनसे अंक लाये उन्हें स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक से सम्मानित किया। साथ ही जिन बच्चों ने 100 अंक हासिल किए उन्हें एक स्वर्ण पदक अलग से दिया।

टीपीएफ उपाध्यक्ष एडवोकेट आनंद मेहता ने पधारें हुए सभी विभिन्न तेरापंथ सभा-संस्थाओ के पदाधिकारियों, व श्रावक-श्राविका समाज, छात्र छात्राओं का स्वागत व अभिनंदन किया। टीपीएफ कोषाध्यक्ष भारती ओस्तवाल ने बताया कि इस वर्ष 44 आवेदन आये है जिसमें 14 बच्चों को गोल्ड, 21 को सिल्वर और 9 बच्चों को ब्रोंज मैडल से नवाजा गया।

पूर्व टीपीएफ अध्यक्ष CA विजय वडेरा ने टीपीएफ के शिक्षा कार्यों का उल्लेख करते हुए समाज के बच्चों को काउंसलिंग करने के प्रयास पर प्रकाश डाला।

सभापति श्रीमती सुमित्रादेवी जैन एवं

समाजसेवी ओम बांठिया ने बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की।

        साध्वीश्री मंजुयशा जी ने अपने उद्बोधन में टीपीएफ की अहम भूमिका बताते हुए समाज में भविष्य में भी इसी तरह शिक्षा सेवाएं देने के लिए प्रेरित किया। और विद्यार्थियों को इसी तरह आगे भी मेहनत करने की प्रेरणा दी और कहा कि आप स्कूली शिक्षा के साथ साथ अपने संस्कारों को भी आगे बढ़ाते हुए समाज और राष्ट्र की सेवा करें। विद्यार्थियों को सम्मानित और प्रोत्साहित करने से उनका मनोबल बढ़ता है।

      कार्यशाला का कुशल संचालन और आभार ज्ञापन टीपीएफ सदस्य विशाल पटवारी एवं डॉ. रमेश भंसाली ने किया। इस अवसर पर तेरापंथ समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए।

समाचार प्रदाता- खुशाल ढ़ेलडिया

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