PRESS NOTE–सादर प्रकाशनार्थ

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*अंतिम सांस तक जैन शासन एवं तेरापंथ धर्म संघ की सेवा करता रहूं यही मेरा जीवन लक्ष्य — 50 वें दीक्षा दिवस पर मुनि श्री मुनिसुव्रत कुमार जी*

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मुनि श्री के संयम पर्याय की स्वर्ण जयंती का कार्यक्रम पर्वत पाटिया में आयोजित हुआ

 

 

महा तपस्वी शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री मुनि सुव्रत कुमार जी ने संयम पर्याय के 50 वर्ष पूर्ण कर 51 में वर्ष में प्रवेश किया। इस सन्दर्भ में पूज्य गुरुदेव के इंगित एवं दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए मुनि श्री के संयम पर्याय की स्वर्ण जयंती का विशेष कार्यक्रम श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, पर्वत पाटिया के तत्वावधान में माहेश्वरी भवन, आई माता रोड पर आयोजित हुआ जिसमें विशाल संख्या में धर्म प्रेमी श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति रही। सूरत महानगरपालिका के पर्वत पाटिया क्षेत्रीय पार्षद श्री दिनेशजी राजपुरोहित भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

इस अवसर पर प्रेरक उद्बोधन देते हुए मुनि श्री मुनिसुव्रत कुमार जी ने कहा – जैन धर्म एवं तेरापंथ धर्म संघ में दीक्षित होने का मुझे अवसर मिला इसे मैं मेरा परम सौभाग्य समझता हूं। उसमें भी गणाधिपति पूज्य गुरुदेव श्री तुलसी जैसे विलक्षण आचार्य प्रवर के कर कमलों द्वारा भागवती दीक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला यह मेरा अहोभाग्य है। संयम जीवन के 50 वर्ष पूर्ण करने में आचार्य श्री तुलसी, आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी एवं आचार्य श्री महाश्रमण जी की अनन्य कृपा एवं आशीर्वाद परम योगभूत है ऐसा मैं दृढ़ता पूर्वक मानता हूं।

मुनि श्री ने इस अवसर पर स्वरचित काव्य द्वारा भी अपने भाव प्रकट करते हुए कहा – यह धर्मसंघ मेरे लिए त्राण है। यह धर्म संघ ही मेरे लिए प्राण है। यह धर्मसंघ मेरा परम सहारा है। धर्मसंघ ही मेरा आधार है। इस धर्मसंघ ने मुझे कर्म निर्जरा का अद्भुत अवसर उपलब्ध करवाया है। जहां तक देह में प्राण है वहां तक अर्थात् जीवन के अंतिम श्वास तक इस धर्म संघ की, गुरुजनों की एवं वयोवृद्ध साधु-संतों की अग्लान भाव से सेवा करने का अधिकाधिक अवसर मुझे मिलता रहे ऐसी में पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूं। आचार्य श्री महाश्रमण जी से मैं यही सेवा का वरदान चाहता हूं। आचार्य श्री महाश्रमण जी सन 2023 में सूरत पधारने वाले हैं और उस समय पूज्य गुरुदेव कुछ समय पर्वत पाटिया क्षेत्र को भी बक्षाएँ इस हेतु गुरु चरणों में पूरजोर सामूहिक प्रार्थना करने का मुनि श्री ने पर्वत पाटिया वासियों से आह्वान किया।

मुनि श्री मंगल प्रकाश जी ने इस अवसर पर कहा – मुनि श्री मुनिसुव्रत कुमार जी स्वामी निराले संत हैं। उन्होंने संघ की विशिष्ट सेवा की है। मुझे भी पिछले अट्ठारह वर्षों से मुनि श्री की सेवा में रहने का अवसर प्राप्त हुआ है यह मेरा सौभाग्य है। मुनि श्री की वाणी में ओजस्विता है। मुनि श्री के कंठों में माधुर्य है और उनके पास अनुभव का खजाना है। 73 वर्ष की इस अवस्था में भी मुनि श्री की सेवा, संयम और सादगी अद्भुत, अविस्मरणीय एवं अनुकरणीय है।

मुनि श्री शुभम् कुमार जी ने कहा – मुनि श्री मुनिसुव्रतकुमार जी की गुरु भक्ति, शासन भक्ति एवं संघ-निष्ठा बेजोड़ है। हम सबके लिए अनुकरणीय है। उनके मार्गदर्शन में मैंने बहुत कुछ सीखा एवं आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया। उनसे मैंने मुख्य दो बातें सीखी है – (1)गुरु के प्रति निष्ठा एवं गुरु की नजरों में हमेशा बने रहना (2) धर्मसंघ के प्रति अटूट आस्था एवं समर्पण। उन्होंने पूज्य आचार्य श्री तुलसी, आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी एवं आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा समय-समय पर मुनि श्री को प्रेषित आशीर्वाद एवं मंगल संदेश का वाचन किया। साथ ही मुनि श्री के 50 वें दीक्षा दिवस के उपलक्ष में “शासन श्री” मुनि श्री हर्षलाल जी, प्रेक्षा प्राध्यापक मुनि श्री महेंद्र कुमार जी, मुनि श्री विनय कुमारजी आलोक, मुनि श्री आलोक कुमार जी, मुनि श्री कमल कुमार जी,मुनि श्री मदन कुमारजी, साध्वी श्री लब्धिश्री जी, साध्वी श्री शिव माला जी एवं अन्य अनेक गणमान्य साधु-साध्वियों द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश का वाचन किया।

इस अवसर पर श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा, कोलकाता के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुरेश जी गोयल द्वारा प्रेषित महत्वपूर्ण शुभकामना संदेश भी ऑडियो प्रसारण द्वारा सुनाया गया।

तेरापंथी सभा, पर्वत पाटिया के अध्यक्ष श्री कमल जी पुगलिया ने स्वागत वक्तव्य देते हुए मुनि श्री के संयम पर्याय की स्वर्ण जयंती मनाने का अनायास अवसर प्राप्त हुआ उसके लिए पूज्य गुरुदेव एवं मुनि श्री के प्रति अनंत-अनंत कृतज्ञता व्यक्त की। तेयुप. पर्वत पाटिया के अध्यक्ष श्री चंदुलालजी परमार ने आभार ज्ञापन किया। महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती ललिता जी पारख एवं कन्यामण्डल ने 51 प्रकार के प्रत्याख्यान का संकल्प किया।

 

*संकलन — अर्जुन मेड़तवाल*

*उपासक प्रभारी , तेरापंथी सभा, उधना (सूरत)*

 

*पूर्व प्रिन्ट मीडिया विभाग प्रमुख,*

*अणुव्रत महासमिति, नई दिल्ली*

 

*दिनांक : 31-10-2021*

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