अपने भीतर की शक्ति को पहचाने और जगाए – मुनि धर्मेशकुमार

 

जसोल में हुआ व्यक्तित्व का विकास कार्यशाला का समापन

~ 58 संभागियों ने भाग लिया

 

जसोल – 26 अक्टूम्बर 2021

तेरापन्थ युवक परिषद जसोल के तत्वावधान में मुनीश्री धर्मेश कुमार आदि ठाणा तीन के सानिध्य मे व्यक्तित्व विकास कार्यशाला का समापन समारोह पुराणा ओसवाल भवन में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल की बहिनों द्वारा “समय का अंकन हो ” गीतिका से मंगलाचरण किया।

तेयुप मंत्री दिनेश वडेरा ने बताया कि यह सेमिनार 8 अगस्त 2021 को प्रारंभ हुई थी और आज इसका समापन किया गया। इस कार्यशाला में तेरापंथ युवक परिषद, महिला मंडल एवम कन्या मंडल सहित 58 संभगियों ने भाग लिया। और 33 संभागियों ने परीक्षा देकर अपनी सहभगिता दर्ज की। ये कार्यशाला हर रविवार को दोपहर 2 से 4 बजे तक चलती। जिसमे मुनि श्री द्बारा यौगिक क्रियाएं, प्राणायाम, प्रेक्षाध्यान, भावनात्मक व मानसिक शक्ति के विकास के प्रयोग करवाया गया। इसके पश्चात अंत में प्रत्येक संभागी को एक मिनट की अभिव्यक्ति देनी जरूरी होती थी। इस कार्यशाला की निष्पत्ति यह रही की को स्टेज पर खड़ा न हो पाता व आज भले देखकर बोले पर निडर होकर बोल पा रहा है।

तेयुप अध्यक्ष जितेंद्र मंडोत ने बताया कि कार्यशाला के दौरान जिन 8 विषयों का प्रतिवादन किया गया जिसमें लक्ष्य प्राप्ति, समय प्रबंधन, स्वास्थय प्रबंधन, तनाव प्रबंधन, उच्च मानसिक शक्तियों का विकास, एकाग्रता एवं कार्यदक्षता का विकास, स्मृति विकास व भावनात्मक विकास सहित शामिल है।

मुनि श्री धर्मेश कुमारजी ने कहा की इस कार्यशाला को प्रारंभ समझे व अपने आप पर एक्सपीरियंस करे। और जीवन को प्रयोगशाला बनाए। अपने भीतर की शक्ति को पहचाने और जगाए। संकल्पबद्ध होकर आगे बढ़े। इस कार्यशाला में पवन छाजेड़, रक्षा सालेचा, अंजू वडेरा, नीतू सालेचा व मनीषा कोठारी ने बाजी मारी मतलब ये संभागी टॉपर रहे। कार्यशाला में मूल्यांकन व व्यवस्था में संपतराज चौपड़ा, डुंगरचन्द सालेचा, सुरेंद्र B.सालेचा, भंवरलाल भंसाली, शंकरलाल ढ़ेलडिया, रमेश वोहरा, पीयूष सालेचा व तरुण भंसाली सहयोगी रहे।

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