अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का हुआ शुभारम्भ

नैतिकता,नशा मुक्ति, पर्यावरण सुरक्षा, सांप्रदायिकता की ज्योत के साथ अग्रसर अणुव्रत आंदोलन का प्रथम दिवस सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में मनाया गया।

अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत द्वारा, अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के तहत, प्रथम दिवस, सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में सूरत के अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हुए,
सिटीलाइट तेरापंथ भवन में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ने वर्तमान युग की अनेक समस्याओं का एक समाधान अणुव्रत को बतलाया, अणुव्रत एक ऐसा मंच है जहां हर जाति, संप्रदाय, वर्ग का व्यक्ति इसमें जुड़ सकता है, अणुव्रत एक ऐसा लाइफ इंश्योरेंस है जो व्यक्ति के चरित्र की पूंजी को बचाए रखता है,इस अवसर पर सांप्रदायिक सौहार्द हेतु जीवंत व्यक्तित्व, कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में, बिना भेदभाव के मानवता की सेवा करने वाले, एकता ट्रस्ट के श्री अब्दुल भाई मालबरी ने अपने विचारों में आचार्य श्री तुलसी को मानवता का मसीहा बताया जिन्होंने अणुव्रत को जन्म दिया! इस अवसर पर एकता ट्रस्ट का मानवीय सहायता हेतु, अनुव्रत समिति द्वारा सम्मान किया गया!


अणुविभा उपाध्यक्ष श्री राजेश जी सुराणा द्वारा अणुव्रत को मानव जाति का पर्याय बताते हुए, इसको और विशाल रूप देने की अपील की, अणुव्रत समिति परामर्शक एवं तेरापंथ मैनेजिंग ट्रस्टी श्री बालचंद जी बेताला एवं अध्यक्ष विजय कांत जी खटेड़ द्वारा पधारे हुए अतिथियों का सम्मान किया,
दूसरे कार्यक्रम के अंतर्गत सूरत रेलवे परिसर में स्थित विशाल राष्ट्रध्वज के समक्ष विभिन्न संप्रदायों के NGO के पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग, रेलवे अधिकारी गण, कुली भाई, रेलवे सफाई कर्मचारी के साथ मिलकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देते हुए, सामूहिक राष्ट्रगान एवं अणुव्रत गीत संगान किया!
सूरत रेलवे मुख्य अधीक्षक श्री दिनेश जी वर्मा ने अणुव्रत को मानवतावादी अभियान बताया, मंच संचालन अणुव्रत समिति ग्रेटर सूरत मंत्री सुनील श्रीश्रीमाल एवं आभार ज्ञापन राकेश चोरड़िया एवं अर्जुन मेडतवाल द्वारा किया गया!

संकलन — अर्जुन मेड़तवाल
उपासक प्रभारी , तेरापंथी सभा, उधना (सूरत)

 

3 thoughts on “अणुव्रत से होती है चरित्र की पूंजी की सुरक्षा। — साध्वी श्री लब्धि श्री जी

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