अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद चलथान ने जैनों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन किया।

उपासक प्राध्यापक श्री डालिमचंद नौलखा ,उपासक श्री प्रकाश जैन की सन्माननीय उपस्थिति में कुल 61 सामायिक हुई। परिषद अध्यक्ष ज्ञान दुगड़ ने बताया कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 350 शाखाएं पूरे देश मे प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है


उपासक प्राध्यापक श्री डालिमचंद नौलखा ने कहा जैन धर्म मे सामायिक का विशेष महत्व माना जाता है।सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है।सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है। मंत्री दीपक खाब्या ने बताया कि समाज में आध्यात्मिक विकास हेतु तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी के इंगित अनुसार हमारी संस्था समय समय पर ऐसे कार्य आगे भी करती रहेगी। ये सारी जानकारी परिषद मीडिया प्रभारी विकेश दक एवं शुभम नोलखा ने दी।

2 thoughts on “समता की साधना का अनूठा प्रयोग-अभिनव सामायिक तेयुप चलथान

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